भारतीय रेल पर बहुप्रतीक्षित श्वेत पत्र संसद के आगामी सत्र में पेश होने की संभावना है जिसमें रेलवे की वित्तीय स्थिति और लालू प्रसाद के रेलवे में आमूल परिवर्तन के दावे की असलियत दिख सकती है। रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा यह :श्वेत पत्र: लगभग तैयार है और इसे अंतिम स्वरूप दिया जा रहा है। उन्होंने बिना ब्यौरा दिए कहा इसमें रेलवे के परिचालन और वित्तीय स्थिति से जुड़े कुछ आधारभूत आंकड़े होंगे। रेल मंत्री ममता बनर्जी ने रेल बजट में वायदा किया था कि वह पिछले पांच साल के प्रदर्शन के आधार पर रेल की सांगठनिक, परिचालन और वित्तीय स्थिति के संबंध में श्वेत पत्र लेकर आएंगी और विजन..2020 को दीर्घ और अल्पकालिक रणनीति और कार्य योजना के साथ विकसित करेंगी। लालू प्रसाद ने अपने कार्यकाल के दौरान रेलवे में कुल 90, 000 करोड़ रुपए का अधिशेष दिखाया था जबकि बनर्जी ने कहा था कि वेतन आयोग की सिफारिशों पर अमल करने के लिए पिछले साल 13, 600 करोड़ रुपए और इस साल 2, 600 करोड़ रुपए के व्यय के बाद केवल 8, 361 करोड़ रुपए का कोष ही बचा है।
बनर्जी ने कहा कि अधिशेष धन नहीं होने से भारतीय रेल टक्कर रोधी उपकरण के लिए रकम की व्यवस्था नहीं हो सकी है। रेलवे ने श्वेत पत्र तैयार करने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों की एक समिति बनायी है। रेल मंत्री बनर्जी से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा,‘मैंने संसद से वायदा किया है और उसे वहीं प्रस्तुत किया जाएगा।
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