Sunday 5 August 2007

बोधिसत्व को सलाम


भाई बाधिसत्व जी

नमस्कार

दो तीन दिन से कंप्यूटर नहीं खोला था, इसीलिए आपको जवाब नहीं दे पाया। क्षमा चाहूंगा। त्रिलोचनजी के पोते मनु का मोबाइल नंबर दे रहा हूं। उम्मीद करता हूं कि मनु से ही त्रिलोचनजी के बेटे अमितजी और बहू ऊषाजी से संपर्क का रास्ता प्रशस्त हो जाएगा। कोई दिक्कत पेश आए तो बेहिचक मुझसे फिर संपर्क साधिएगा। मैं हर पल मुंतजिर हूं आपकी खातिर। बातचीत में आसानी के लिए मनु से मेरा जिक्र कर सकते हैं। मैं जनसत्ता कोलकाता में कार्यरत हूं और मनु भी यहीं कोलकाता में ही हैं। त्रिलोचन जी की महादशा को शायद आपने बेहद संजीदगी से महसूस किया है। आपकी कविता और अब उनके परिजनों की खोज ही इसकी सबसे बड‌ी गवाह है। बेहद आशान्वित हूं कि बोधिसत्व की यह कोशिश हिंदी साहित्य जगत को कुछ तो रोशनी दे सकेगी। धन्यवाद।
मनु का फोन नंबर--- ०९८३०७६६२९९, ०९४३३३५५१३२ अमितजी का फोन नंबर---०९८६८३१८५५२

1 comment:

बोधिसत्व said...

आपने बहुत ही अच्छा काम किया है। मैं देखता हूँ कि कैसे पूज्य त्रिलोचन जी का आशीष पाया जा सकता है

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