Sunday, 9 September 2007
सावधान, ईमेल में वायरस है ?
मित्रों, भारत में हर २८वें ईमेल में से एक मेल वायरस वाला होता है। साईबर अपराध ने तो नाक में दम कर ही रखा है, अब अधिकतर कंप्यूटर भी ऐसे ईमेल की भेट चढ़ जाएंगे। ईमेल में वायरस के बढ़ते प्रकोप का यह खुलासा मेसेजलैब ( यानी मेसेजिंग सिक्योरिटी एंड मैनेजमेंट सर्विसेज ) के अध्ययन के बाद हुआ है। इस नए वायरस स्टोर्मवर्म का आक्रमण वर्चुअलपोस्टकार्ड और यूट्यूबवीडिओ के जरिए किया जा रहा है। मेसेजलैब का दावा है कि स्टोर्मवार्म के हमले से १.८ मिलियन कंप्यूटर संक्रमित हो चुके हैं। १५ अगस्त को सिर्फ २४ घंटे में स्टोर्मवार्मधारी वायरसों वाली वेबसाइटों से ६ लाख ईमेल भेजे गए थे। इसका नतीजा यह हुआ कि वायरस वाले ईमेल की तादाद जुलाई के मुकाबले अगस्त में १९ प्रतिशत बढ़ गई। जुलाई में यह तादाद सिर्फ ०.५ प्रतिशत थी। इस तरह के वायरस वाली वेबसाइटें रोजाना बढ़ रहीं हैं । (प्रेट्र)।
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2 comments:
हर अठ्ठाईसवाँ ई-मेल वायरस युक्त...हम्म्म्म्म्म्म...!
ठीक है हम इस बात का ध्यान रखेंगे. मगर हमारी कुछ शंकाएँ हैं. कृपा कर उनका निवारण करें.
हमारे कम-से-कम ३ इमेल अकाउंट हैं, अलग अलग डोमेन पर, ऑफ़िस का अलग. तो क्या ये २८ वीं ईमेल वाला फ़ण्डा मुझे आई हुई टोटल ईमेल्स के लिये लागू होगा या फ़िर हर अकाउंट की इमेल संख्या का मैं अलग अलग अकाउंट रखुँ?
दूसरा - अगर हमारे ऑफ़िशियल ईमेल अकाउंट पर २८वीं ईमेल हमारे मैनेजर की हुई तो भी उसको बिना पढे डिलिट कर देना उचित होगा?
तीसरा - जब हमें यह पता चल ही गया है कि हर २८वीं इमेल में वायरस होता है तो हम क्या कुछ ऐसी तकनीक विकसित नहीं कर सकते जिससे २७ के बाद हमें डायरेक्ट २९वीं ही इमेल मिले.
चौथा - क्या यही फ़ण्डा "भेजे" जाने वाली ईमेल्स पर भी लागू होता है? यदि हाँ तो क्या यह मेरे द्वारा भेजे जाने वाली सारी ईमेल्स के टोटल पर काम करेगा या किसी व्यक्ति विशेष को भेजे जाने वाली ईमेल्स पर ही काम करेगा??
:)
(वैसे जानकारी हेतु धन्यवाद)
मित्र यह रिसर्च जिस एजंसी ने किया है उसने यह नहीं बताया कि इसका समाधान क्या है। वैसे यह जरूरी नहीं कि वायरस वाला हर २८वां मेल आपको ही मिले। वैसे भी अगर वायरस वाला हो भी तो मैनेजर का मेल तो देखना ही होगा क्यों कि नौकरी गंवाने से अच्छा है आपका सरकारी पीसी नष्ट हो जाए। बाकी वायरस भगवान ही जानें ।
धन्यवाद
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